Friday , 29 March 2024

कर्मचारियों के लिए बनाई गयी समिति को लेकर कर्मचारी नेता हरिकिशोर तिवारी ने दिए सुझाव 

एनटी न्यूज डेस्क 

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने सरकार की ओर से कर्मचारियों कर्मचारियों की दक्षता परीक्षण और राजकीय संसाधनों तथा खर्चा पर कमी के संबंध में बनाई गयी समिति को लेकर तमाम सुझाव दिए हैं।
हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि सभी विभागों में कर्मचारियों की संख्या के लगभग 30% पद खाली पड़े हुए हैं। कई विभागों में जैसे कर्मचारी कल्याण निगम जहां 2 वर्षों से बराबर मुख्य सचिव स्तर पर वार्ता के बाद उन्हें खाली बैठाया गया है और इसे कार्यों पर नहीं लगाया गया है बीआरसी लेना चाहते हैं परंतु नहीं नहीं दिया गया और वेतन भी नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि  कई निगम घाटे में चल रहे हैं परंतु उनके कर्मचारियों के कार्यों में लगाया जाए। ये चर्चाएं संगठन बराबर उच्च स्तर पर करता रहा है।  घाटे के निगमों को बंद कर के कर्मचारियों को दूसरे कार्यों में लगाया जाए जाना चाहिए। इसी प्रकार एक पत्रावली सात स्थानों पर सिर्फ हस्ताक्षर होते हुए  प्रमुख सचिव स्तर पर पहुंचती है और इसी प्रकार वापस आती है इसे कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की दक्षता परीक्षण के तमाम आदेश विद्यमान हैं। उन्हीं के अनुसार उनके वेतन वृद्धि होती है। कुछ कार्य ऐसे होते हैं जो गोपनीयता पूर्ण होते हैं जिसको साझा करना विभाग और सरकार के हित में नहीं होगा।
 हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में जो रोलर आदि मशीन चलती थी, प्राइवेट सेक्टर में दे दिया गया। अब उनसे संबंधित इंजीनियर और स्टाफ ट्रेनिंग देकर सिविल कार्य में लगाने हेतु 17 वर्ष पहले टाटा कंसल्टेंसी रिपोर्ट मैं तय किया गया था परंतु वे बिना वेतन कार्य ले रहे हैं समिति को चाहिए। इन सभी प्रकरणों पर ध्यान देते हुए सकारात्मक रूप रखते हुए कार्रवाई करेंगे सब मितव्ययिता की दृष्टि से कार्य हो सकेगा और कर्मचारी भी राहत महसूस करें गे और पूर्ण मनोयोग से अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर लेंगे।