Friday , 19 April 2024

विधायक के पत्र ने खोला ‘छोटे हरिद्वार’ में होने वाली मौतों का राज !

गाजियाबाद। अक्सर ये देखा जाता है कि धर्म की आड में कई घिनौने अपराधों को अंजाम दिया जाता है। भक्ति-भाव में डूबे लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाता है। गाजियाबाद की लोनी विधानसभा-53 के विधायक ने एक ऐसे ही गंदे खेल से जिला अधिकारी को पत्र लिख अवगत कराया है। गाजियाबाद की इस विधानसभा के विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने छोटे हरिद्वार में होने वाली मौतों के पीछे का खोलते हुए जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है
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पत्र के अनुसार…

पत्र में विधायक ने निष्पक्षता से जांच कराने की मांग की है और कहा कि गंगा नहर में नहाने वाले श्रद्धालुओं को गोताखोर डुबो कर मार रहे हैं। यह हत्या पैसों के लालच में की जा रही है। लोगों को डुबोने के बाद उनके गहने लूट लिए जाते हैं। आगे वह लिखते हैं कि इसके बाद भी हत्या करने वाले ये गोताखोर रुकते नहीं हैं और लाश को ढूंढ़ने के नाम पर दुखी परिवारीजन से हजारों रुपये ऐंठते हैं।

‘छोटा हरिद्वार’…

गाजियाबाद के मुरादनगर से गंगा नहर निकलती है। यहीं लोगों ने एक मदिंर बना दिया है और इसके बाहर एक बोर्ड चस्पा कर उसे छोटे हरिद्वार का नाम दिया है। अब आस्था के चलते लोग इस जगह पर नहाने आते हैं। जिनके साथ मौत का खेल खेला जाता है।

ऐसे खेला जाता है मौत का खेल…

इस नहर में नहाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के नहर में उतरते ही नहर के अन्दर पहले से ही मौजूद गोताखोर उनके पैर पकड़कर पानी के अन्दर खींच लेते हैं। गोताखोर पूरी तैयारी के साथ नहर के अन्दर छिपे होते हैं। ये गोताखोर लोगों को डुबोकर मार देते हैं। इसके बाद ये उन्हें एक रस्सी से बांधते हैं, जो पत्थर से बंधी होती है। इसके बाद ये लोग गहनों की लूट करते हैं और लाश को वहीं छोड़ कर चले जाते हैं।

एक और खेल…

लुटे हुए माल का बदंरबांट करने के बाद ये मृतक के परिजनों के पास पहुंच उनसे शव बरामदगी का ठेका लेते हैं। घंटों पानी में नाटकीय गोता खाने के बाद ये बंधी हुई लाश को छुड़ाकर परिजनों को सौंपकर 25 से 30 हजार रुपये वसूलते हैं।

पूरा गिरोह…

पत्र के मुताबिक इस कारनामे का एक आडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें मन्दिर के पुजारी के मिले होने की पुष्टि हो रही थी।

नकाम होने पर खुला रहस्य…

हरियाणा से आए एक परिवार ने जब डुबकी लगाई तो उस परिवार की लड़की का पैर पकड़कर गोताखोर अन्दर की ओर खींचने लगा लेकिन वह नकाम हो गया। इसी बीच लड़की ने चिल्ला कर बताया की कोई उसे पानी के अन्दर खींच रहा है।
इस नहर से रोजाना 2-3 शव निकलते हैं। अब देखना यह है कि विधायक ने जो कुछ भी पत्र में लिखा है, उसमें कितनी सत्यता है। इस पर पुलिस किस तरह से काम करती है और कब तक मिल रही लाशों के पीछे के पूरे माजरे और सटीक सच से अवगत कराती है।